China future predictions astrology, China vs India war Prediction
■ चीन में समस्त वैज्ञानिक प्रगति चूर्ण करके चीन को नष्ट कर दिया जाएगा। चीन में बचे खुचे लोगों की सहायता भारत करेगा। इसी बीच तिब्बत भारत में मिल जाएगा। यदि सभी राष्ट्र आपस में मिलकर भारतवर्ष पर आक्रमण करें तो भी इसे कोई जीत नहीं सकता है।
महापुरुष के विषय में जय गुरुदेव पंथ के श्री तुलसी दास साहेब की भविष्यवाणी
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■ जय गुरुदेव उर्फ राधास्वामी पंथ मथुरा के परम सन्त की भविष्यवाणी कृपया पढ़ें पुस्तक “जयगुरु देव की अमर वाणी भाग-2 “ के पृष्ठ 50 तथा 59) धर्माचार्यों, राजनीतिज्ञों को नेक सलाह धर्म तब आएगा जब सब धर्म के लोग लड़ना छोड़ दें।
■ राष्ट्र की उन्नति तभी होगी जब राजनीतिक लोग लड़ना, आंदोलन, हड़ताल, तोड़फोड़, रिश्वत अथवा स्वार्थ एवं दल बदल छोड़ दें।
■ मांस, मछली, शराब, ताड़ी भी छोड़ दें। इसके पहले देश की खुशहाली की जो बात करता है, वह भविष्य के आने वाले संकट से बदहोश है।
■ वह यह नहीं जानता है कि देश की प्रजा दुराचारी, चरित्रहीन, लड़ने भिड़ने व कामचोर हड़ताली, आंदोलन, तोड़फोड़ करने वाली हो गई है।
■ मांस मछली अंडों का भक्षण करने लगी। शराब, ताड़ी व अन्य नशीली वस्तुओं के सेवन से प्रजा बदहोश में आकर पागल बनकर कुत्तों की भांति लड़ने लगी। वह देश की जनता अपनी गरीबी को कदापि नहीं मिटा सकती है।
■ शाकाहारी पत्रिका: 28 जुलाई 1971
औतारी (अवतारी) शक्तियों का जन्म हो गया है भारतवर्ष में अवतारी शक्तियों ने जन्म ले लिया है। अनेक स्थानों पर बच्चों के रूप में पल रहे हैं और समय आने पर प्रगट हो जाएंगी। माता-पिता अपना सुधार कर लें वरना यही बच्चे विनाश का कारण बन जाएंगे। इन बच्चों को गोश्त व अंडा दिया जाता है तो वे मुंह फेर लेते हैं और उधर देखते तक नहीं। मां-बाप इस बात का ध्यान रखें कि जो बच्चे इन चीजों को खाना नहीं चाहते, उन्हें जबरदस्ती ना खिलाए। वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं 20 वर्ष का हो चुका है यदि उसका पता बता दूं तो लोग पीछे पड़ जाएंगे। अभी ऊपर से आदेश बताने के लिए नहीं हो रहा है। मैं समय का इंतजार कर रहा हूँ और सभी महात्माओं ने समय का इन्तजार किया है। समय आते ही सबको सब कुछ मालूम हो जाएगा।
India vs China war [शाकाहारी पत्रिका 7 सितंबर 1971]
■ परिवर्तन का कारण भारतवर्ष बनेगा भारतवर्ष को विश्व में परिवर्तन का कारण अब बनना होगा। त्रेता में विश्व युद्ध का कारण भारतवर्ष था और द्वापर में भी विश्वयुद्ध का कारण भारतवर्ष था और इस समय में भी भारतवर्ष को ही कारण बनाना होगा। मुस्लिम राष्ट्रों में भारी कलह होगी। सभी मुसलमान आपस में लड़कर समाप्त हो जाएंगे। अधिकांश छोटे-छोटे देश टूटकर बड़े राष्ट्रों में मिल जाएंगे। भारतवर्ष इन सबका अगुआ होगा।
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■ भारत में नए सिरे से संगठन होगा। यदि विश्व के सभी राष्ट्र जी जान से यह प्रयास करें कि सुरक्षा परिषद अमेरिका से हटकर भारतवर्ष में ना जाने पाये तो यह कदापि नहीं होगा। सुरक्षा परिषद भविष्य में भारत में चली आएगी। महापुरुष का जन्म भारतवर्ष के छोटे से गांव में हो चुका है और वह व्यक्ति मानव इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति बनेगा। उसे जनता का इतना बड़ा समर्थन प्राप्त होगा कि आज तक किसी को नहीं मिला है। वह महापुरुष नए सिरे से विधान को बनाएगा और वह विश्व के संपूर्ण देशों पर लागू होगा। उसका एक झंडा होगा। उसकी एक भाषा होगी।
■ शाकाहारी पत्रिका: 28 अगस्त 1971
आइये अब जानते हैं कि उस महापुरुष के बारे में जिसके विषय में विश्वप्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने भविष्यवाणियां की हैं जितनी भी भविष्यवाणियां हुई हैं।
■ आप को बता दें की सन्त रामपाल जी महाराज का जन्म 8 सितंबर, 1951 को गांव-धनाना, जिला-सोनीपत, प्रांत-हरियाणा (भारत) में एक जाट किसान परिवार में हुआ। “जय गुरुदेव की अमर वाणी” भाग-2 संत तुलसी साहेब ने 7 सितंबर 1971 को सत्संग में कहा था कि “वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं, 20 वर्ष का हो चुका है। संत रामपाल जी महाराज 7 सितंबर 1971 को पूरे 20 वर्ष के हुए थे, 8 सितंबर 1971 उनका इक्कीसवां वर्ष प्रारंभ हुआ था। वह महापुरुष छोटे से गांव में जन्म ले चुका है। उपरोक्त विवरण से स्पष्ट हो गया है कि वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
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